Hey! Don’t worry if the charts don’t match? Before jumping to any conclusion, you need to learn about the actual meaning of horoscope matching. Questions related to horoscope matching increase at the time of Love marriage. A marriage astrologer or a Vedic astrologer can help you to get out of this situation. 

Basics of horoscope matching

First, let’s talk about the basics of horoscope matching. Horoscope matching is a procedure that includes several other procedures like Manglik dosha Milan, Nadi dosha Milan, gun Milan and much more. If you think horoscope matching is just gun Milan, you might need more clarification on this topic.

Can we marry without matching of charts?

Yes, you can marry without matching of charts. Even there is no problem if you tie the knot without matching of charts. But it is better to understand the whole concept of comprehensive horoscope matching. According to Vedic astrology, comprehensive horoscope matching is a procedure to examine the relationship compatibility between the two persons on several aspects of relationship post marriage.

There are around ten fundamental factors on which a marriage astrologer examines both horoscopes. When these ten factors are analyzed, and the horoscope stands on all these factors, you will live a successful married life. If an astrologer sees any issue in your horoscope (both male and female), they can suggest some Vedic remedies like Karma Correction, which can help you to eliminate in your married life. 

Some couples are leading a successful married life even without kundli matching. But when you analyze their horoscope, you will see that their horoscopes complement each other. Actually, horoscope matching is the best way to avoid the upcoming problems that might come in and create problems in marital bliss. 

But if you are marrying only based on Gun Milan, I strongly recommend you avoid it. I’m saying this because couples with a 15 score out of 36 in Gun Milan live a successful married life. 

Final words

Undoubtedly, you can marry without horoscope matching. But for assurance of successful married life and avoiding married life problems, you should go through horoscope matching by a Vedic Astrologer.

Source Link: 

https://sites.google.com/view/vinaybajrangis/blog/can-we-marry-without-a-matching-horoscope

 


21Jan

यह कहावत बहुत सही है की शादी किसी गुड्डे गुड़िया वाला खेल नहीं होता, बल्कि यह तो एक ज़िन्दगी भर निभाने वाला रिश्ता होता है जो दो अनजाने लोगों में बन जाता है।

 यह कहावत बहुत सही है की शादी किसी गुड्डे गुड़िया वाला खेल नहीं होता, बल्कि यह तो एक ज़िन्दगी भर निभाने वाला रिश्ता होता है जो दो अनजाने लोगों में बन जाता है।  भारत में शादी को किसी भी अन्य रिवाजों से सर्वोपरि माना गया है, क्योंकि यहाँ पर लोगों की सोच यह नहीं के आज शादी कर ली और कल अलग हो गए। भारत में  एक बार जब दो लोग शादी के बंधन में बंध गए तो उसे हर स्थिति में निभाना की कसम खा लेते हैं।  इसी सोच के चलते लोग यहाँ शादी को लेकर अच्छे से विचार विमर्श करना ज़रूरी समझते हैं।  घर के बड़ों से राय लेने से लेकर ज्योतिष अवलोकन तक एक रिश्ते को हर पहलु से परखने के बाद ही शादी के लिए आगे बढ़ना उचित माना जाता है। 

  विवाह के लिए ज्योतिष अवलोकन की अगर बात कहें तो कुंडली मिलान ही सबसे उचित तरीका होता है जो यह बताता है की शादी में बांधने वाला जोड़ा ज्योतिष के हिसाब से एक दूसरे के लिए सही है या नहीं। होने वाले वर तथा वधु के कुंडली के गुणों के आधार गुण मिलान किया जाता है।  जिससे होने वाली शादी के बाद जीवन कैसा होगा उसका विचार किया जाता है।  इस प्रकार कुंडली मिलान से सुनिश्चित किए रिश्ते की बेहतर अनुकूलता को निश्चित किया जा सकता है।  यही नहीं, आपका रिश्ता मज़बूत और उम्र भर चलेगा या नहीं, इस बात की पुष्टि भी कुंडली मिलान से की जा सकती है।  

यही कारण है की ज्योतिष में विश्वास रखने वाले लोग, कुंडली मिलान/Kundli Matching को काफी महत्व देते हैं, शादी के लिए।  चाहे अरेंज्ड मैरिज हो या लव मैरिज - शादी के लिए अनुकूलता देखने का सबसे उचित साधन कुंडली मिलान ही है।   

कुंडली मिलान ना सिर्फ ग्रहों अथवा नक्षत्रों का हाल बताती है, ब्लकि यह भी बताती है की क्या दोनों पति-पत्नी के स्वभाव अनुकूल हैं, क्या दोनों का मिलन उनके लिए धन एवं समृद्धि के मायनों से अच्छा साबित होगा या नहीं, क्या दोनों को पुत्र सुख मिलेगा और यदि मिलेगा तो कैसे मिलेगा - आसानी से या मुश्किलों से? क्या दोनों में प्रेम एवं समन्वय रहेगा अथवा नहीं? घर में सामंजस्य होगा या नहीं इत्यादि काफी सारे प्रश्नों के उत्तर कुंडली मिलान से मिल सकते हैं।   

अगर आप भी कुंडली मिलान से जुडी किसी सवाल से जूझ रहे हो, तो डॉ विनय बजरंगी से अभी सम्पर्क करें।  डॉ. बजरंगी न सिर्फ सटीक कुंडली मिलान में मदद कर सकते हैं, बल्कि कुंडली में किसी तरह के खराब योग का निवारण भी कर सकते हैं।   

 कुंडली मिलाने का जानें सही अर्थ 

कुंडली मिलान कुछ और नहीं बल्कि लड़के और लड़की की जन्म कुंडलियों का ज्योतिष विज्ञान/Astrology science के अनुसार अध्ययन करना है। कुंडली में अंकित जन्म से जुडी जानकारी जैसे जन्म स्थान, दिनांक, एवं समय के आधार पर लड़के एवं लड़की की कुंडलियों का अध्यन किया जाता है और 36 गुणों के आधार पर मिल रहे गुणों के योग से कुंडली मिलान का रिजल्ट बनता है।  कुंडली मिलान की धारणा के अंतर्गत 18 गुणों से नीचे का योग बिलकुल भी मान्य नहीं होता। लेकिन यहां डॉ विनय बजंरगी का इस विषय में नजरिया थोड़ा अलग हैं। उनके लिए गुणों का मिलान प्राथमिक कारण नहीं होता। वह इसके साथ साथ अन्य संगतता कारकों पर भी विषेश ध्यान देने की आवश्यकता होती है और डॉ बजरंगी ऐसा करने की क्षमता रखते हैं।

 कुंडली मिलान से एक ज्योतिषी आपको यह बता सकता है की क्या आपका रिश्ता होने वाले भावी जीवन साथी के साथ मधुर होगा या नहीं।  आप दोनों में कितनी समझ होगी, कितनी नहीं – इन बातों का जवाब कुंडली मिलान के रिजल्ट के हिसाब से दिया जा सकता है।   

 कुंडली मिलान से कैसे पता चलता है की दाम्प्तय जीवन कैसा होगा  

 यह सवाल हर एक उस इंसान के दिमाग में होगा जो कुंडली मिलान के प्रक्रिया से अभी तक सहमत नहीं है।  अगर आप भी इस गुत्थी में उलझे हैं, तो आइये जानिए डॉ. विनय बजरंगी से की कैसे कुंडली मिलान आपके अच्छे दाम्पत्य जीवन को सुनिश्चित करने में मददगार साबित हो सकता है।   

 चूँकि एक इंसान की कुंडली उसके व्यक्तिगत स्वभाव से लेकर उसके कारोबार तथा माता-पिता के साथ रिश्ते को लेकर सब पहलुँओं पर आधारित होता है, लड़के एवं लड़की की कुंडली को मिलाकर यह आसानी से बताया जा सकता है की दोनों के बीच में तालमेल कैसा होगा।  उदाहरण के तौर पर देखें तो अगर लड़के की कुंडली बताती है की लड़के का स्वभाव तेज़ है, और वहीँ लड़की की कुंडली के ग्रह नक्षत्रों का प्रभाव उसे शांत एवं समझदार बताता है तो कुंडली मिलान के द्वारा योग सही माना जाएगा। 

 हमे इतना जानने की आवश्यकता है की हमारी सोच से लेकर हमारे तौर तरीके - यह सब हमारी कुंडली के ग्रहों एवं नक्षत्रों से प्रभावित होते हैं। इसके इलावा, कुंडली में कई बार कुछ दोष/Kundli dosha भी होते हैं, जो बहुत ही हानिकारक सिद्ध हो सकते हैं।  कुंडली मिलान से उन दोषों को आप समय रहते जान सकते हो, और विवाह से जुड़ा एक सही निर्णय आप ले सकते हो।    

Source Link: https://sites.google.com/view/vinaybajrangis/blog/is-kundli-matching-necessary-for-marriage-know-from-astro-expert

13Jan

Sometimes the truth can also be paradoxical. It is a known fact that businesses thrive in a highly competitive, commonsensical, worldly-wise environment and catch you off guard and fails you miserably despite your superhuman efforts. The reason most bright brains with the sharpest business acumen meet with miserable failure in business, at least during some phase in their lives, is still a mystery. Some unlucky impulse overpowers the presence of mind during a business catastrophe. Fortunately, any good astrologer can make sense of this situation and come up with the right solution. There are governing planets for all compartments of our life, and for business-related issues, certain specific planets have the perfect fitting answer. There are multiple astrological reasons for business failure. Let us analyze the planets that govern business and how these planets are responsible for loss/gain in business operations.


How does business loss prediction by astrologers help? A person with the afflicted sun in his natal chart is unsure of himself, and his lack of confidence can render him weak and submissive. Facing a colleague or a competitor is not too easy for these people. Such people can never succeed in business. With a weak sun, they can never aspire to taste business success. Sun Saturn and Rahu are extremely capable and known for separating any two partners, marital/business partners, or friends. If they are connected with the 10th house or its lord, they almost certainly cause havoc in business during their dashabhukthi. Swarna and pitru dosha in horoscope never allow the business goals to be achieved, and hence such a person cannot hoard wealth. A weak moon or ascendant may render a person too inconsistent and unstable to handle business. Similarly, a weak Venus conjunct with malefic planets exercises the same effect. Inimical placement of Mars and Saturn is a tried and tested combination for business failures. Mercury governs capabilities for business management and transactions. A person with weak mercury can easily be manipulated and duped. Astrological advice should be sought only when the business is showing a downward trend. Business loss prediction by astrologers has always helped businessmen to make the right decisions. 

Can we avail of any Business problem solutions suggested by astrologers? 

Indeed, any business problem solutions suggested by astrologers can help you take the steps in right direction. You are advised to contact an adept astrologer for any answers to problems arising out of business.


Astrology provides reasons for business failure and suggests measures to be used to counteract the losses. Let us take a glimpse into the planetary combinations for business losses and gains: A business venture would spell success if at least one natural benefics like Venus and Jupiter is in a kendra sthana from the moon. When the benefics are in the second or twelfth house, the business will prosper. Persons born under Mercury and Venus in the third and eleventh from the moon are blessed with positive traits such as grit and dynamism. These traits prove to be essential building blocks for a flourishing business and consequently let the native amass colossal wealth. When Saturn, during its movement, forms Pancham-Navam Yoga with friendly planets like Venus and mercury in the first, second, sixth, ninth, tenth, or eleventh house, that period would be auspicious concerning profits and progress. If a friendly planet occupies the tenth house and aspects/conjuncts with the tenth house lord, the entrepreneur can expect windfalls in business. Suppose the tenth house or its lord are occupied by conjunction or mutual aspect of natural benefics like Moon and Venus in the tenth house or with the tenth lord. In that case, the period is marked by phenomenal success in profession and business. These planets in their major-period and sub-periods also prove to be equally beneficial for the company. Wealth and fame are the hallmarks of the significant period or bhukthi of the lords of the first, second, fourth, fifth, ninth, tenth, and eleventh houses. If, while transiting, they form a conjunction with the tenth house or its lord, it foretells excellent tidings for the profession and the business ventures. 

Source Link:  https://business-astrology.blogspot.com/2021/11/could-there-be-astrological-reasons-for.html 

05Jan

 विवाह से संबंधित विभिन्न अनिश्चितताओं से अवगत होने का सबसे उत्तम तरीका कुंडली मिलान है। एक विवाह के संपन्न होने और उसे सुचारू रूप से चलाने में बहुत सारी समस्याएं उत्पन्न होती हैं, जो वैवाहिक जीवन में समस्या/Problems in married life का कारण बन सकते हैं। कुंडली मिलान/Kundli Milan की मदद से आप काफी हद तक उन समस्याओं से बच सकते हैं। वर और वधू दोनों की कुंडली का मिलान करके कुंडली रिपोर्ट दोनों के बीच अनुकूलता का सुझाव देती है। इस अनुकूलता में प्रकृति, दृष्टिकोण, व्यवहार, शारीरिक पहलुओं, बच्चों, विभिन्न विषयों में सहमति और बहुत कुछ शामिल होता है।जो कुंडली मिलान में विश्वास रखते हैं, वह इस प्रक्रिया के महत्व को समझते हैं। लेकिन जो इस प्रक्रिया से वाकिफ नहीं है या इसे नहीं मानते, उनको इस लेख को अंत तक पढ़ना चाहिए। कुंडली और ज्योतिष में वर्षों की विशेषज्ञता के साथ, डॉ विनय बजरंगी बताते हैं कि कैसे कुंडली मिलान ने जीवन को बदल दिया है और जोड़ों को एक समृद्ध और शांतिपूर्ण वैवाहिक जीवन प्रदान करने में सहायता प्रदान की है।


ज्योतिषी विवाह के लिए कुंडली मिलान की सलाह क्यों देते हैं

सदियों से, लोगों ने भारत में कुंडली मिलान में विश्वास किया है। लेकिन कुछ अज्ञानी ज्योतिषियों ने कुंडली मिलान की प्रक्रिया को बदलने का पूर्ण प्रयास किया, लेकिन फिर भी लोगों को अभी भी वैदिक प्रक्रिया पर पूर्ण रूप से भरोसा है। ऐसे सैकड़ों मामले हैं, जिनमें कुंडली मिलान के परिणामों की अनदेखी की जाती है, जिसके कारण वैवाहिक जोड़े अलग हो जाते हैं या उन्हें इससे भी बदतर परिणाम देखने को मिलते हैं। इसलिए, कुंडली मिलान/Kundli milan पर ज्योतिषियों की राय लेना एक समझदारी भरा कदम है, जिसे हम अकसर विवाह के लिए सुझाते हैं।

विवाह के लिए कुंडली मिलान के रूप में लिया गया परामर्श जोड़ों को सुखी वैवाहिक जीवन/Happy married life जीने में मदद करता है। कई संघर्षों और विचारों में अंतर अक्सर जोड़ों के बीच झगड़ों का परिणाम होता है और अगर कुंडली मेल नहीं खाती है तो यह काफी बार समस्या का कारण बन सकता है। चलिए विवाह के लिए कुंडली मिलान के महत्व के बारे में आपको और अधिक स्पष्टता प्रदान करते हैं

 -• वैदिक ज्योतिष/Vedic Astrology के अनुसार, कुंडली मिलान से जोड़ों को न केवल मानसिक बल्कि शारीरिक अनुकूलता का पता लगाने में मदद मिलती है। कुंडली में कई व्यक्तित्व और बौद्धिक पहलू शामिल होते हैं जो स्वभाव, मानसिकता, रवैया, व्यक्ति का व्यवहार, जिसका पता इस प्रक्रिया से लग सकते है। यह बताता है कि विवाह के बाद साथी का व्यवहार कैसा है, और वैवाहिक जीवन सुखी और सुगम होगा या नहीं।• विवाह के लिए कुंडली मिलान भी शारीरिक आकर्षण को मापता है। यह बताता है कि क्या दूसरे व्यक्ति में रुचि का सटीक स्तर लंबे समय तक चलने वाले विवाह के लिए महत्वपूर्ण है।

• कुंडली मिलान, कुंडली में ग्रहों की चाल का पता लगाता है, जो करियर के संबंध में एक बेहद ही महत्वपूर्ण साबित होता है।

• कुंडली मिलान से, विभिन्न दशाओं के सभी प्रतिकूल प्रभावों से बचा जा सकता है, जो आपके विवाह के लिए एक समस्या साबित हो सकती है। व्यक्ति के जन्म के साथ ही उसकी कुंडली बन जाती है। उस कुंडली में बच्चे के जन्म के समय में आसमान में ग्रहों और नक्षत्र की दिशा छपी हुई होती है। कभी-कभी कुंडली में ग्रहों की स्थिति शनि महादशा, मंगल दशा आदि जैसी दशाएं भी बनाती हैं।

• मंगल दशा जिसे मांगलिक दोष/Mangalik dosha के रूप में भी जाना जाता है, कुंडली में सबसे जटिल दशाओं में से एक है। लेकिन अगर आप शादी से पहले कुंडली मिलान के लिए जाते हैं, तो यह आपको इस दशा से अवगत कराएगा और आपको सही निर्णय लेने में भी सहायता करेगा।

• यहां तक कि अगर आप इन दोषों के साथ भी शादी करना चाहते हैं, तो कुछ ज्योतिषीय उपाय हो सकते हैं जो जोड़े पर इसके दुष्प्रभावों को कम करने में मदद करते हैं। इस तरह, ऐसे वैवाहिक जोड़ों के लिए कुंडली मिलान कई बार जीवन रक्षक भी साबित हो सकता है।

• शादी के बाद बच्चे की बात शादीशुदा जोड़े के लिए एक महत्वपूर्ण विषय साबित हो सकता है। कुंडली मिलान से आप वर और वधू की कुंडली में बाल योग/Child yoga का निर्धारण कर सकते हैं और इस प्रकार, शादी के बाद बच्चे पैदा करने की बेहतर संभावनाएं तलाश सकते हैं।

• ऐसा माना जाता है कि कुंडली मिलान जिसमें नाड़ी दोष/Nadi dosha होता है, अक्सर गर्भावस्था या बच्चों के साथ समस्याएं पैदा करता है। लेकिन कुंडली के उचित विश्लेषण से आप इस दोष को के बारे में जान सकते हैं और कुछ ज्योतिषीय प्रक्रिया से इससे बच भी सकते हैं।

विवाह के लिए कुंडली मिलान न केवल अरेंज मैरिज के लिए बल्कि प्रेम विवाह के लिए भी सहायक साबित हो सकता है। अक्सर यह देखा गया है कि अकसर जोड़े कुंडली मिलान के लिए जाना पसंद नहीं करते, क्योंकि वह अपने साथी को खोना नहीं चाहते हैं। लेकिन, ऐसा करने से आपके जीवन में समस्या उत्पन्न हो सकती है।यह थी कुंडली मिलान के बारे में कुछ जानकारी जिसके बारे में सभी को अवश्य पता होना चाहिए। डॉ विनय बजरंगी जैसे अच्छे ज्योतिषी से आप अपने कुंडली दोषों/Kundli Dosha का समाधान प्राप्त कर सकते हैं और एक आनंदमय वैवाहिक जीवन प्राप्त करने में सहायता कर सकता है।

Source Link:

https://sites.google.com/view/vinaybajrangis/blog/is-kundli-matching-necessary-for-marriage 

04Jan

A few of us would have visited the court corridors for civil cases or family-related feuds.

A few of us would have visited the court corridors for civil cases or family-related feuds.  It is a matter of life and death for those who end up in the court corridors despite having a clean record.  Having reputation at stake, being suspected of a crime that they did not commit, having to face spectators' questioning and prying eyes from all possible directions. Outside of the court, these people may be subjected to deep trauma due to people treating them as if they were fit to be sent to the gallows. While this is the predicament of an innocent person, the hardened criminal would treat it as a matter of justifiable isolation for a few days before he bails out by some hook or crook tactic.  Astrology effectively answers the question as to why these queer incidents happen in the lives of people unexpectedly. The science of Astrology can insightfully offer plausible solutions.  The houses and planets in horoscope influence the judge's verdict.  Houses and planets work from parallel directions towards the same goal, to indict or acquit.  Yes.  Astrology can offer practical solutions in the case of legal complications.


Which houses in the birth chart have a say in legal matters?

Certain houses are earmarked in astrology to analyze court cases or legal implications.  Here is a panoramic view of these zodiacal signs representing court-related proceedings in a natal chart. The 1st house talks wholly about you as a person, the client in litigation and the main person in the picture.

Read About: Best way to handle court cases using astrology

The 6th house, its lord, primarily makes things legally complicated for a person.  If the 6th House of the Lord receives the aspect of and relates to the ascendant or ascendant lord, they are sure to entangle you in legal cases. 

The 6th house and its lord indicate court cases, legal disputes, quarrels with others, loss or theft, etc.  6th house impacts the nature and duration of the case, whether long-standing or short-term or painstaking or smooth. 

If Saturn happens to be associated with the 6th house and its lord, it foretells a long-drawn legal battle that goes on for years or months on end.  Complications might creep up due to a lack of evidence on the native's part, and they may continue for years to come.  

The impact of other planets is as per their significance and their role in this matter.The 7th house, as it is, strongly points at rivalry and negotiations with the rivals in general, which could take a legal turn any time.The 8th house forebodes impediments to legal resolution of conflict and may lead to undesirable consequences such as punishment etc.

Read About: What is the best remedy to win court cases explains

Upon studying the 12th house, you can learn about the nature of the punishment and the imprisonment/penalty.  In the following instance, it would not be wise to continue with the litigation if Lagna Lord is found to be weak, debilitated, or in a malefic house such as 6th, 8th, and 12th house, as this could lead to a life sentence or some verdict like this in effect and consequence.  

For instance, if the ascendant lord is in a weak position, placed in inimical houses, and afflicted, this may surely land the native in jail or make him pay a heavy penalty in the case of an ongoing legal issue.  These houses in the birth chart have a say in all legal matters.

Can astrology help us win the legal proceedings?

People get knowingly or unknowingly embroiled in legal predicaments through various ways and means, as indicated above.  Can astrology help get a clean chit for a native who is in a legal entanglement?  Yes.  It can, indeed.  An adept astrologer would point at a solution after carefully examining the houses and the crucial aspects.

Read About: What is Bandhan yoga/jail yoga?

Last-minute victory is assured for a native whose 11th house is beneficial and strongly fortified, or if it relates to its lord, that signifies a court case.  A well-aspected and well-signified 11th house play a massive role in saving a person's case to a great extent.  Surely astrology helps us win the legal proceedings

Source Link: https://sites.google.com/view/vinaybajrangis/blog/houses-responsible-for-court-cases?

31Dec

We can know if Rahu is beneficial in a horoscope through various ways. Rahu generally accentuates the traits of the planet that it is associated with. Rahu’s exaltation point is in the sign of Taurus. The placement of Rahu in his sign or other air signs is eminently favorable to the native-born under this confluence. Rahu is a veritable gold mine if favorably positioned. It offers all that the native fancies on a platter of gold and also guard him throughout life.Rahu is at his influential best when he or Ketu are positioned in angles (1,4,7,10) and are associated with Lord of the trine (1,5,9) and vice versa. This by itself forms winning yogas or recipes for success.  Although the native with Rahu in second house tends to obsess about wealth, he finally manages to achieve affluence.

We usually come across, suddenly, an abnormally tall person walking amidst us, drawing everybody’s attention to himself. This is the Rahu native, with Rahu in first house. Be it the notorious way or the meritorious way, natives with a congenial Rahu, touch the pinnacle of fame, opulence and hit the political jackpot.


Rahu is not a loner is evident when you see his placing in any horoscope.  He must be in direct aspect from his counterpart Ketu, in the 7th house. Typically, Rahu and Ketu are not at their best strengths simultaneously.  When one dominates, the other must cower down. Whether Rahu dominates Ketu or Ketu dominates Rahu, it is just that they can’t be equally strong at the same time. Essentially a windy planet, Rahu extends his benefic influence when placed in Libra, Capricorn, Aquarius, Gemini, and Taurus.  Rahu supports materialistic desires in a person, in specific associations with air and earth signs

.Favorable navamshas for Rahu are Gemini, Taurus, Libra, Virgo, Aquarius, and Capricorn navamsas. If Rahu is in Air & Earth signs in both sign and navamsa, there cannot be a better indication than this. However, check the nakshatra to see if it is in affinity with Rahu, or else it may punch in a loophole in the plans, which, if left uncorrected, would grow into a wide chasm. But it can be a bit tricky at times.Rahu represents the lessons that we are destined to learn this lifetime. 

Rahu’s malefic influence can be mitigated or overshadowed by increasing the number of good deeds. Rahu is incredibly comfortable in Upachaya houses 3,6,10, and 11th houses in the janam kundli. Rahu is a simmering cauldron of sensual experiences, as he is just a shadow head with no physical body to support him. As the senses originate in the brain, Rahu induces hardcore materialism in the native. It inspires a Rahu native to believe in himself, self-confidence, abilities, and handiwork rather than in God to achieve his objective.

Materialism taken to the other extreme would make a native extraordinarily stressed and need some religious crutch to bring him back to the regular track.How beneficial is Rahu in conjunction with different planets and nakshatras?Rahu is beneficial in conjunction with the following planets and nakshatras.  Rahu forms a strong raja yoga when combined with Sun or Sun’s nakshatra. If the planet moon and Moons nakshatra is associated with Rahu, the native is successful in agriculture. Rahu helps you economize better and creates opportunities for overseas travel as well.

Source Link: https://www.apsense.com/article/how-can-i-know-if-rahu-is-beneficial-in-a-horoscope.html 

Whenever you start a business, your main aim is to grow with time. However, this task is easier said than done, right? The decision to become a businessman is inherent with multiple risks. People often look for business growth through astrology because it is a sure-shot way to gain traction in your business plan. Therefore, it is imperative to consult a professional Business Astrologer for some useful insights before you pick up a field to work in.

Business expansion as per birth chart is the easiest way to look for remedies if you want to grow your business without having to worry about its outcome. First of all, you need to find out more about the 2nd, 7th and 9th houses in your birth-chart if you want to be sure about the timing of business expansion. Some of the pointers to keep in mind before you begin your business are as follows –


1. Mercury sitting in the 2nd, 7th, 19th or 11th houses or connected with the ruler of the 2nd, 9th or 10th house in your horoscope means you will do well in your business. 2. If a malefic planet affects the 2nd house, it means you will either have no interest towards business or will only do a small-scale business. 3. If the Mercury is benefic and the ruler of the 2nd house is in the ascendant, you will start doing business at a young age.4. If a malefic planet(s) impacts the 2nd and the 7th houses, you will never find success in a partnership business. 5. You will find success in partnership with either your wife or a very close friend of female gender if the rulers of the 2nd and 7th houses are unequal.6. However, if the 2nd and the 7th houses are on an equal footing while Mercury sits in either of them, you can fearlessly enter into a business partnership with a person of your choice.


Planetary combinations for Business Success


The following planets and planetary combinations are instrumental in bringing success to you as a business owner -


• You need courage to start a business. The 3rd house, being the house of courage and endeavor, supplies you with the necessary amount of courage to rise upto the challenges of business.

• 7th house is the main business house and, thus, of immense importance in your business plans, as per business astrology.• 10th house, being the house of career, reflects the extent of growth that you will achieve as a businessman

• 11th house, the house of financial success, is also significant if you want to earn a desirable amount of money through business.


Astrological Remedies for Successful Business


If you feel you are stuck in your business, or if you think your income is not going up despite you putting in all efforts possible, chances are that your problem’s solution might lie in the astrological remedies for business growth. We have listed some of these here for you - 

1. Keep a Swastika symbol painted on the entry door of your business establishment, be it a factory, or an office building/floor. Always keep sea salt at your shop/business establishment.

2. On Fridays you can pray to Goddess Laxmi and light 9 earthen lamps filled with ghee inside your home.

3. Place a picture of Vastu-Aishwarya Laxmi Mata on your front door in the North-East corner.

4. If you have a worship place at your workplace, clean it using Gangaajal. Then draw a swastika anywhere on it. Place a potli or small box filled with Chana Dal and Jaggery in it inside the temple. Don’t forget to light a ghee lamp in your workplace temple, especially on Thursdays.

5. Ensure that your workplace doesn’t have any lizards or spiders. For this, you need to regularly clean out the corners of your shop, etc.


Some more tips for Business Growth


• Apart from regularly worshipping your family deities, also place the photographs of your forefathers inside your business establishment. You will continue to receive their blessings.• Keep a small hand mirror in your locker always. However, make sure that you keep it in the sunlight once every 30 days in order to keep it charged.

• The “Siddhi Vyapaar Vriddhi Yantra” comes in handy when placed at your shop or business office on an auspicious occasion.• While purchasing raw material or other goods for your business, you can also buy a few toys and donate the same to homeless kids.


Growth in business should be directly proportional to the effort that goes into it but that is not always the case. Businessmen around the world face difficulties in expanding their business or increasing their income. One of the ways to counter these difficulties is to seek help for business growth through astrology.


Dr. Vinay Bajrangi is one of the best all-round astrologers of India, whose writings reveal an in-depth understanding of the rich tradition of Vedic Astrology. Connect with him on vinaybajrangi.com or on phone - +91 9278665588 / 9278555588.


Source Link: https://business-astrology.blogspot.com/2021/06/business-growth-through-astrology.html

I BUILT MY SITE FOR FREE USING